Kachhua का धार्मिक और पौराणिक महत्व
पौराणिक ग्रंथों में कछुए का उल्लेख मिलता है। हिंदू धर्म के अनुसार, कछुआ शुभ और सुख-समृद्धि वाला माना जाता है क्योंकि भगवान विष्णु ने स्वयं कच्छप अवतार लिया था, जिसे उनके कूर्म अवतार के नाम से जाना जाता है।
भगवान विष्णु ने कछुए का रूप धारण कर क्षीरसागर के समुद्र मंथन के समय मंद्रांचल पर्वत को अपने कवच पर थामा था। इस पौराणिक कथा के कारण, कछुआ व्यापार और घर में सुख-समृद्धि बनाए रखने के लिए मंगलकारी माना जाता है। कछुए को घर में रखना शुभ माना जाता है और यह आर्थिक समृद्धि और स्थिरता का प्रतीक है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बहुत से लोग कछुए की अंगूठी पहनते हैं और अपने पूजा स्थान पर कछुए के यंत्र को रखते हैं। कछुए को घर में रखने से सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है।
सही दिशा में प्रयास का महत्व
हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि केवल कछुआ पालने से कोई चमत्कारिक धन वृद्धि नहीं होती। सही दिशा में मेहनत और भगवान के प्रति श्रद्धा महत्वपूर्ण हैं। अगर आप मेहनत नहीं करेंगे और सिर्फ कछुआ पालकर बैठ जाएंगे, तो कुछ भी नहीं होगा। मेहनत, सही दिशा और भगवान के प्रति श्रद्धा ही सफलता की कुंजी हैं।
अंधविश्वास से बचें
कोई भी सिद्ध तांत्रिक या पंडित 20 नाखून वाले कछुए की मदद से नोटों की बारिश नहीं करा सकता और ना ही किसी गड़े खजाने का पता लगा सकता है। 20 नाखून वाले कछुए से नोटों की बारिश कराने का दावा बिल्कुल झूठा है। ऐसे दावों पर विश्वास करने से बचें और अपनी मेहनत और लगन से ही सफलता प्राप्त करें।
कछुआ लंबे समय तक जीवित रहने वाला एक शांत जीव होता है। कछुए की फोटो या फिर अष्टधातु से बने कछुए को भी घर के मंदिर में रखा जा सकता है। कछुए को पानी से भरे पीतल या अष्टधातु के पात्र में ही रखना चाहिए। Kachhua
वास्तु के अनुसार, उत्तर दिशा शुभ होती है। इसलिए, कछुए का चित्र उत्तर दिशा की तरफ ही लगाना चाहिए क्योंकि यह दिशा लक्ष्मी जी की मानी जाती है। ऐसा करने से धन लाभ और शत्रुओं का नाश होता है। घर और दुकान के मुख्य द्वार पर कछुए का चित्र लगाने से व्यापार में धन लाभ और सफलता मिलती है। कछुआ धन प्राप्ति का सूचक होता है। यदि किसी को धन संबंधी परेशानी हो, तो उसे क्रिस्टल वाला कछुआ लाना चाहिए। Kachhua
फेंगशुई के अनुसार, कछुए को कभी भी अपने बेडरूम में नहीं रखना चाहिए क्योंकि ऐसा करना फेंगशुई के हिसाब से नुकसानदायक हो सकता है। इसका उल्टा प्रभाव पड़ सकता है। कछुए की स्थापना हेतु सर्वोत्तम स्थान घर का ड्राइंग रूम होता है। घर में रखे जाने वाले कछुए का मुख घर के अंदर की ओर होना चाहिए।
कछुए को रखने से घर के सदस्यों की उम्र भी बढ़ती है क्योंकि कछुआ भी लंबी उम्र का जीव जंतु है। कछुआ लंबे समय तक जीता है और सौभाग्य में भी वृद्धि होती है, इसलिए घर या ऑफिस में इसका होना लाभदायक माना जाता है। Kachhua
यदि किसी के परिवार में घर के सदस्यों के बीच लड़ाई-झगड़े होते रहते हैं तो घर में 2 कछुओं का जोड़ा रखना चाहिए। ऐसा करने से घर के सदस्यों के बीच चल रही अनबन खत्म हो जाएगी और प्यार बढ़ेगा। कछुआ घर पर रखने से शांति बनी रहती है। आपसी प्यार बढ़ता है। कछुआ रखने से क्लेश और बुरी शक्तियां दूर होती हैं। Kachhua
फेंगशुई विज्ञान कहता है कि कछुए को घर पर रखने से किसी की बुरी नजर नहीं लगती, कछुआ नजर दोष खत्म करता है। साथ ही अगर किसी व्यक्ति का स्वास्थ्य लंबे समय से सही नहीं हो तो कछुए को दक्षिण पूर्व दिशा में रखना चाहिए, इससे लाभ होता है। घर में कछुआ रखने से घर का वातावरण शुद्ध और पवित्र बना रहता है और गंदी बीमारियां घर में नहीं आती है। Kachhua
करियर, नौकरी और व्यवसाय में तरक्की पाने के लिए कछुआ शुभ फलदायी है। जो विद्यार्थी परीक्षा और प्रतियोगिता की तैयारी करते हैं, उनके लिए पीतल का बना कछुआ सफलता पाने में मददगार हो सकता है, कछुए से मिलने वाली सकारात्मक ऊर्जा बहुत ही कारगर होती है। Kachhua
वास्तु और फेंगशुई के अनुसार, ऐसा कछुआ जिसकी पीठ पर कछुए के बच्चे भी हों, उसे संतान प्राप्ति के लिए खास माना जाता है। इस प्रकार के कछुए को घर में रखने से माना जाता है कि जल्द ही उस घर में संतान की किलकारियां सुनाई देने लगेंगी और परिवार में आने वाले सुख-समृद्धि की बारकत होगी।