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पापा की परी ने ली अपने पिता की जान

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vdo murder case

वीडीओ हत्याकांड के बाद पुलिस हिरासत में मौजूद प्रेमी युगल के चेहरों पर किसी भी प्रकार का तनाव या पछतावा नजर नहीं आ रहा था। दोनों पुलिस कर्मियों के सामने ऐसे पेश आ रहे थे जैसे उन्होंने कुछ नहीं किया है। पुलिस अभिरक्षा में प्रेमी ने कई घंटे चैन की नींद ली और जब सोकर उठा, तो कुछ देर बाद आराम से बैठकर केले खाए।

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इस स्थिति ने पुलिस और जनता दोनों को चौंका दिया है। आमतौर पर ऐसे मामलों में आरोपी किसी न किसी प्रकार के तनाव या घबराहट में दिखाई देते हैं, लेकिन यहाँ स्थिति बिल्कुल विपरीत थी। यह भी संभव है कि दोनों आरोपियों ने अपने किए का अहसास ही नहीं किया हो या फिर वे मानसिक रूप से इतने कठोर हो गए हों कि उन्हें किसी प्रकार का डर या पछतावा नहीं हो रहा हो। vdo murder case

 

पुलिस मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिरकार उन्होंने ऐसा बर्ताव क्यों किया और क्या उनके इस रवैये के पीछे कोई खास वजह है। इस प्रकार का रवैया जांच में भी एक महत्वपूर्ण बिंदु साबित हो सकता है, जिससे पुलिस को केस सुलझाने में मदद मिल सकती है।

 

कन्नौज जिले में छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र के करीमुल्लापुर गांव में वीडीओ पिता अजय पाल राजपूत की हत्या के मामले में हिरासत में ली गई उनकी हत्यारोपी 17 वर्षीय बेटी ने पुलिस की पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया। किशोरी के अनुसार, परिजनों को उसके प्रेम संबंधों की भनक थी। इसे लेकर बड़ा भाई उस पर पाबंदियां लगाता था। vdo murder case

 

किशोरी ने पुलिस को बताया कि उसके प्रेम संबंधों के कारण परिवार में तनाव था और भाई उस पर नजर रखता था और कई पाबंदियाँ लगाता था। पिता अजय पाल राजपूत भी इस प्रेम संबंध से नाराज थे और बेटी पर दबाव बना रहे थे। इस तनाव और दबाव के चलते किशोरी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पिता की हत्या करने की योजना बनाई।

 

पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में यह भी सामने आया कि किशोरी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया। इस मामले में किशोरी और उसका प्रेमी दोनों ही हिरासत में हैं और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

 

यह खुलासा चौंकाने वाला इसलिए है क्योंकि यह घटना पारिवारिक तनाव और प्रेम संबंधों के बीच की जटिलताओं को उजागर करती है। किशोरी के इस कदम से समाज में भी एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि किस प्रकार के पारिवारिक दबाव और पाबंदियों के कारण युवा ऐसे घातक कदम उठाने को मजबूर हो जाते हैं। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और हर पहलू को ध्यान में रखते हुए साक्ष्य जुटा रही है ताकि सत्य सामने आ सके।

 

भाई सिद्धार्थ इसको लेकर अक्सर उसे ताने मारता था और उस पर पाबंदियां लगाता था। किशोरी ने बताया कि इन पाबंदियों और तानों से तंग आकर उसने भाई की हत्या की योजना बनाई। इस योजना के तहत उसने सभी को बेहोश करने की कोशिश की। बेहोशी की दवा का असर चेक करने के लिए उसने पिता की गर्दन पर धारदार हथियार से वार किया। हालांकि, वह केवल दवा का असर जांचना चाहती थी, लेकिन घाव गहरा होने के कारण पिता की मौत हो गई।

 

पुलिस के अनुसार, किशोरी और उसके प्रेमी के बीच चल रहे प्रेम-प्रसंग की जानकारी परिजनों को पहले ही हो चुकी थी। कई बार किशोरी को फोन पर बात करते और चैटिंग करते हुए पकड़ा गया था। भाई की रोक-टोक से परेशान होकर किशोरी ने भाई की हत्या की योजना बनाई थी। अगर हथौड़ी से हमला करते वक्त सिद्धार्थ की आंख न खुलती, तो उसकी भी जान जा सकती थी।

 

यह मामला पारिवारिक तनाव और किशोरावस्था में लिए गए घातक फैसलों को उजागर करता है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और सभी साक्ष्य जुटा रही है ताकि सच्चाई सामने आ सके। इस घटना ने समाज में भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं, विशेषकर कि कैसे पारिवारिक दबाव और नियंत्रण युवाओं को अत्यधिक और कभी-कभी घातक कदम उठाने के लिए प्रेरित कर सकता है।

 

न होती उल्टी, तो सिद्धार्थ की भी होती हत्या। किशोरी की इस दुस्साहसिक वारदात को सुनकर हर कोई सन्न रह गया। किशोरी ने पूरे परिवार को रात में खाना बनाकर खिलाया था, जिसमें बेहोशी की दवा मिलाई थी। खाना खाने के बाद सभी का जी मिचलाने लगा और सभी को उल्टियां हुईं। उल्टी होने से ही उन्हें खिलाई गई दवा का असर कम हो गया। यही वजह रही कि जब किशोरी ने सिद्धार्थ पर हथौड़ी से हमला किया तो उसकी आंख खुल गई।

 

इसके बाद भी किशोरी ने सिद्धार्थ को नाखून से नोचना और दांतों से काटना बंद नहीं किया। यह घटना स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि किशोरी ने किस हद तक जाकर इस वारदात को अंजाम देने की कोशिश की थी। अगर उल्टियां न हुई होतीं, तो संभवतः सिद्धार्थ की भी हत्या हो चुकी होती।

 

इस घटना ने समाज में एक गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है कि कैसे पारिवारिक तनाव और युवावस्था में लिए गए कठोर फैसले परिवार के सदस्यों की जान पर भारी पड़ सकते हैं। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है और सभी पहलुओं पर विचार कर रही है ताकि सच्चाई का पता चल सके और उचित न्याय हो सके। vdo murder case

 पापा की परी बनी उनकी ही कातिल

कन्नौज जिले के छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र के करीमुल्लापुर गांव में वीडीओ (ग्राम विकास अधिकारी) अजय पाल राजपूत की हत्या के मामले ने सबको सन्न कर दिया है। अजय पाल राजपूत के दो बेटे और एक बेटी थे। इकलौती बेटी होने के कारण वह दंपती की लाडली थी। वे उसकी हर ख्वाहिश को पूरा करते थे। किसे पता था कि जिस बेटी पर वे जान छिड़कते हैं, वही एक दिन उनकी मौत की वजह बनेगी।

 एक सप्ताह पहले भी दी थीं नींद की गोलियां

मृतक के बड़े बेटे सिद्धार्थ और अमन के अनुसार, एक सप्ताह पहले भी बहन ने बैंगन-आलू की सब्जी और रोटी बनाई थी। उसे खाने के बाद सभी गहरी नींद में सो गए थे। उस दिन किसी कारणवश बहन अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सकी। सोमवार को उसने फिर से कोशिश की और इस बार पिता की जान ले ली। दवा का असर पूरे परिवार पर सुबह तक रहा, उनकी जुबान तक लड़खड़ा रही थी। vdo murder case

 प्रेमी बोला- मुझसे मंगाई थीं नींद की गोलियां

किशोरी के प्रेमी ने पुलिस को बताया कि दोनों सिकंदरपुर कस्बे के एक इंटर कॉलेज में इंटरमीडिएट के छात्र हैं और उनका घर किशोरी के घर से लगभग आधा किलोमीटर दूर है। प्रेमिका ने 10 दिन पहले फोन पर कहा था कि कई दिनों से उसे रात में नींद नहीं आती, इसलिए नींद की गोलियां मंगाई थीं। प्रेमी के अनुसार, उसने सरायप्रयाग के एक मेडिकल स्टोर से नींद की 10 गोलियां लाकर दी थीं। उनके बीच दो महीने पहले ही प्रेम प्रसंग शुरू हुआ था और 10 दिन पहले ब्रेकअप भी हो चुका था, लेकिन पुलिस को यह बयान संदिग्ध लगा।

एसपी ने किया मुआयना, फॉरेंसिक ने जुटाए साक्ष्य

हत्याकांड की सूचना पर एसपी अमित कुमार आनंद मृतक के घर पहुंचे और विभिन्न बिंदुओं पर जांच की। फॉरेंसिक टीम ने भी रात में घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए। vdo murder case

चेहरों पर नहीं दिखी शिकन

वीडीओ हत्याकांड के बाद पुलिस हिरासत में मौजूद प्रेमी युगल के चेहरों पर किसी भी प्रकार का तनाव या पछतावा नजर नहीं आ रहा था। दोनों पुलिसकर्मियों के सामने ऐसे पेश आ रहे थे जैसे उन्होंने कुछ नहीं किया है। पुलिस अभिरक्षा में प्रेमी ने कई घंटे चैन की नींद ली और जब सोकर उठा, तो कुछ देर बाद आराम से बैठकर केले खाए। प्रेमिका के चेहरे पर भी पछतावे के कोई निशान नहीं थे।

 पढ़ाई की तरफ ध्यान कम, प्यार में लगे थे किशोर

हत्याकांड की आरोपी बेटी और उसका प्रेमी पढ़ाई की तरफ कम और प्यार में ज्यादा ध्यान दे रहे थे। दोनों ने सत्र 2023-24 में ग्यारहवीं की परीक्षा औसत अंकों से पास की थी। दोनों अलग-अलग जाति वर्ग से हैं। प्रेमी के पिता खेती-बाड़ी कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं, जबकि किशोरी के पिता सरकारी नौकरी में थे, जिससे उनका परिवार बेहतर जीवन जी रहा था।

 नशीला पदार्थ खिला, पिता का गला रेत दिया

प्रेम प्रसंग का विरोध करने पर किशोरी ने रिश्तों का कत्ल कर दिया। उसने पहले पूरे परिवार को खाने में नशीला पदार्थ मिला दिया। सबके बेहोश हो जाने पर उसने वीडीओ पिता का आरी से गला रेतकर उनकी हत्या कर दी। दूसरे कमरे में सो रहे भाई पर भी हथौड़ी से हमला किया, लेकिन उसकी आंख खुलने से जान बच गई। vdo murder case

 थोड़ी देर बाद सभी को उल्टियां होने लगीं

सोमवार रात बेटी ने सभी को पूड़ी-सब्जी बनाकर खिलाई, जिसमें नशीला पदार्थ मिला था। थोड़ी देर बाद सभी को उल्टियां होने लगीं और वे सोने चले गए। सिद्धार्थ ने पुलिस को बताया कि रात करीब 11:30 बजे बहन ने उस पर हथौड़ी से हमला किया, लेकिन उसकी आंख खुल गई और उसने बहन के हाथ से हथौड़ी छीन ली। इस बीच किशोरी ने उसके हाथ पर काट लिया। चीख-पुकार सुनकर मां मोनी देवी भी पहुंचीं। जब वे दूसरे कमरे में पति को बुलाने पहुंचीं, तो वे खून से लथपथ बिस्तर पर पड़े थे। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

 परिजनों ने अभी हत्याकांड की तहरीर नहीं दी

पुलिस ने घर से हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार और हथौड़ी बरामद कर किशोरी और उसके प्रेमी को हिरासत में ले लिया है। एसपी अमित कुमार आनंद ने कोतवाली पहुंचकर प्रेमी युगल से पूछताछ की। एसपी ने बताया कि परिजनों ने अभी हत्याकांड की तहरीर नहीं दी है।

 

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