एक छोटी-सी शहर के एक सुंदर गाँव में, एक लड़का नामक युवक अपने बुआ के घर शादी में गया। शादी के दौरान, उसकी नजर एक सुंदर सी लड़की पर पड़ी, जो उसकी बुआ की लड़की के साथ खेल रही थी। इस लड़की का नाम विद्या था
विद्या और लक्ष्य एक-दूसरे को देखकर एक-दूसरे में प्यार की सीढ़ी चढ़ने लगी। वे बिना किसी को बताए एक-दूसरे को चुपचाप देखते रहे, और उनकी नजरों में एक-दूसरे की मासूमियत और सौंदर्य में खो जाती थी।
कुछ दिनों बाद, विद्या और लक्ष्य के बीच कुछ बातचीत शुरू हुई, और वे एक-दूसरे के साथ बातें करने लगे। उनका प्यार और गहरा होता चला गया, और उनके दिलों में एक-दूसरे के प्रति विश्वास और समर्थन की भावना बढ़ती गई
कुछ वक्त बाद, उनका प्यार उनके लिए जीने का एक मतलब बन गया और वे एक-दूसरे के लिए हर संभव परेशानी का सामना करने को तैयार थे। वे जानते थे कि उनका प्यार अनमोल है, और वे इसे खोने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं
लेकिन जब उनके परिवार को पता चला, तो उन्हें समझाने और सहमत करने में कठिनाई हुई। लक्ष्य के परिवार उसे इस विचार से डराता रहा कि अगर वह विद्या को चुनता है, तो उनका भविष्य खतरे में पड़ सकता है
उत्साही और निरंतर, लक्ष्य ने अपने प्यार के लिए सभी परिश्रम किए, और अपने घर को भी छोड़ दिया। वह जानता था कि विद्या उसके लिए हर बाधा को पार करने को तैयार है, और उसका प्यार उसे हमेशा साथ रहेगा।
इस प्यार भरी यात्रा में, विद्या और लक्ष्य ने एक-दूसरे के साथ साझा किए गए हर पल को नकारा, और उनका प्यार हमेशा के लिए बना रहा। उनका प्यार न सिर्फ उन्हें सुखद और संतोषप्रद बनाता है, बल्कि उन्हें एक-दूसरे के साथ अच्छी तरह से समझने और समर्थन करने में भी मदद करता है।